
भारत की आजादी :
एक गौरव पूर्ण पल
हमारे देश में स्वतंत्रता दिवस बड़े उत्साह और सम्मान के साथ 15 अगस्त को मनाया जाता है ।
यह एक ऐसा राष्ट्रीय त्योहार है, जिसे संपूर्ण देश में धर्म व जाति से परे होकर मनाया जाता है। यह दिन इतिहास मेंअविस्मरणीय दिन माना जाता है । इस दिन हम गुलामी से आजाद होकर खुले आसमान में सांस लेने लगे थे । इस वर्ष हमारा देश 79 वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है ।
इस स्वतंत्रता के स्वाद को हमने तब जाकर चक्खा जब कितने ही क्रांतिकारी व देशभक्तों ने अपने प्राण न्योछावर किए।
भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद, सुभाष चंद्र बोस, महात्मा गांधी आदि कई देशभक्तों ने संघर्ष व बलिदान दिया, तब जाकर आज हमें यह सुअवसर प्राप्त हुआ।देशभर के विद्यालयों,
महाविद्यालयों व विभिन्न संस्थाओं में सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।
यह एक ऐतिहासिक दिन है, हमारे देशवासियों के बीच देश प्रेम, समर्पण और एकता का प्रतीक है, जो भारत माता की उन्नति और प्रगति के प्रति हमारे कर्तव्यों की याद दिलाता है । इस दिन राष्ट्रध्वज फहराते हैं और ऐसे कार्यक्रम आयोजित करते हैं,जो हमारे अंदर एकता और गौरव की भावना का नवनिर्माण करते हैं । हम हर स्वतंत्रता दिवस को उत्साह व देश प्रेम की भावना से ओतप्रोत हो जाते हैं । स्वतंत्रता के मायने यदि आज के संदर्भ में देखे जाएं तो अधिकारों कर्तव्यों व विचारों के प्रति सजग होना है।
देश की एकता, सहयोग, भाईचारा, मानवता, इंसानियत की भावना को बढ़ाने में अपना योगदान देना ही असली स्वतंत्रता है ,क्योंकि भारत विविधताओं का देश है ।
हमें इन अनुभूतियों को महसूस करते हुए ईमानदारी से अपना योगदान भारत निर्माण में देना चाहिए । भारत के सामने अभी भी चुनौतियां बरकरार हैं,इन चुनौतियों का सामना करते हुए एक बार फिर विश्व पटल पर सोने की चिड़िया के रूप में स्थापित किया जा सकता है। जिससे भारत को विश्व में गौरवपूर्ण आयाम स्थापित करने में भी मदद मिल सके । जब भारत को 15 अगस्त 1947 को आजादी मिली हमें स्वतंत्र भारत उपहार में मिला।
यह दिन हमारे देश के इतिहास का सुनहरा अध्याय है । उस दिन से लेकर आज तक हम शिक्षा स्वच्छता और प्रगति के मार्ग पर चल रहे हैं। यह हमारे अंदर राष्ट्रवाद की भावना को जगाता है । वह देश के विकास और प्रगति में योगदान देने के लिए प्रेरित करता है । इस दिन हमें राष्ट्र निर्माण देश के विकास व रक्षा का संकल्प लेना चाहिए । सत्य व अहिंसा के सिद्धांतों को जीवन में उतरना चाहिए। देश की समृद्धि संस्कृति पर गर्व करना चाहिए यही देश का सम्मान है।
जय हिंद !